उत्तराखंडक्राइम

बैशाखी पर्व लगने वाले मेला क्षेत्र करे पुलिस ने 4 सुपर,14 जोन व 40 सैक्टरों में बांटा हरिद्वार।

14 अप्रैल को बैसाखी का पर्व है। इस पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचकर गंगा में स्नान करते हैं।

बैशाखी पर्व लगने वाले मेला क्षेत्र करे पुलिस ने 4 सुपर,14 जोन व 40 सैक्टरों में बांटा
हरिद्वार। 14 अप्रैल को बैसाखी का पर्व है। इस पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचकर गंगा में स्नान करते हैं। स्नान को सकुशल सम्पन्न करने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए शनिवार को ब्रीफिंग की गई। ब्रीफिंग में स्नान में आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने ,स्नान की ड्यूटी को ईमानदारी से निभाने के संबंध में जानकारी दी गयी। बैशाखी मेले के स्नान को देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 4 सुपर जोन 14 जोन और 40 सेक्टरों में बांटा गया है।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया बैसाखी के स्नान को लेकर काफी श्रद्धालुओं की आने की संभावना है। पिछली बार रिकॉर्ड तोड़ लोग आए थे। इसी क्रम में पुलिस ने  सुरक्षा व्यवस्था की है। जिसके अनुसार इस बार संपूर्ण मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन में डिवाइड किया है। करीब 14 जोन और 40 सेक्टर बनाए हैं। उसके साथ पीएसी बल के साथ करीब 700-800 पुलिस कर्मचारी मेला ड्यूटी में लगाए गए हैं। ब्रीफिंग के बाद फोर्स रात्रि से ड्यूटी पर लग जाएगी। मेला क्षेत्र में स्नान तक यह ड्यूटी अनवरत जारी रहेगी। जाम ना लगे इसके लिए दो स्ट्रेटजी तैयार की गई हैं। ट्रैफिक रेगुलेशन के लिए एसपी ट्रैफिक को नोडल अधिकारी बनाया है। उनकी कॉल पर डायवर्जन प्लान लागू होगा। ट्रैफिक अगर दबाव बढ़ता है तो डाइवर्जन प्लान लागू किया जाएगा। बैरागी कैंप को अतिरिक्त पार्किंग स्थल के रूप में चिन्हित किया गया है।
वहीं, दूसरी ओर बैसाखी पर ही बब्बर खालसा के द्वारा सिख समाज से ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारे के लिए हरिद्वार पहुंचने का आह्वान किए जाने को लेकर भी एसएसपी ने बयान दिया। उन्होंने कहाकि इसका अलर्ट हमारे पास भी आया है। हम लोग इस पर भी वर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या न हो इसके लिए पूरी तरह से तैयारी की गई है। एलआईयू के साथ इंटेलिजेंस यूनिट लोकल पुलिस के साथ मिलकर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी,प्रशासन अलर्ट
देहरादून। इस साल अप्रैल से ही बारिश ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बीते 48 घंटों से रुक-रुक कर जोरदार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण पहाड़ों में कई जगहों पर आपदा जैसे हालत बन गए हैं। दो दिन पहले चमोली जिले के नंदप्रयाग में तो बादल भी फट गया था। वहीं, उससे एक दिन पहले चमोली जिले के थराली में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। इसीलिए मौसम को देखते हुए उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर है।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए प्रदेश में तीन दिन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग ने कई जगहों पर भारी बारिश की आशंका जताई है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन ने प्रदेश से सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिलों में जहां भी भारी बारिश के कारण नुकसान हुआ है, उसकी पूरी जानकारी ली जा रही है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के मुताबिक चमोली और नंदप्रयाग में भी भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है। कई जगहों पर सड़कों पर मलबा भी आया है। मौसम विभाग ने आज 12 मार्च का भी अलर्ट जारी किया हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग पूरे प्रदेश पर नजर बनाए हुए हैं। रेस्क्यू टीम भी अलर्ट मोड पर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। यदि कहीं पर रास्ते बंद होते हैं तो उनको खोलना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। उसके अलावा कहीं पर जान माल की हानि होती है तो वहां पर किस तरह से हालात को रिस्टोर करना है, इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग तत्काल कार्रवाई करेगा। आपदा प्रबंधन विभाग की यह पूरी कोशिश रहेगी कि उत्तराखंड आने वाले हर यात्री को वह सुरक्षित माहौल प्रदान कर सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button