हिमाचल प्रवास के लिए निकले छत्रधारी चालदा महाराज, उमड़ा आस्था का जनसैलाब
10 दिसम्बर को भूपऊ गांव में बागड़ी एक परिवार के यहां विश्राम करेगी और उसके बाद महाराज की प्रवास यात्रा आगे के लिए प्रस्थान करेगी।

छत्रधारी चालदा महासू महाराज विधि विधान से हिमाचल प्रवास यात्रा हुई शुरू
विकासनगर। उत्तराखंड के देहरादून जिले के जौनसार बावर खत दसऊ गांव में करीब ढाई साल से विराजमान छत्रधारी चालदा महासू महाराज की डोली सोमवार को विधि-विधान से मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकली। मंगलवार को महाराज बागड़ी एक परिवार के यहां दसऊ में रहेंगे। उसके बाद प्रवास यात्रा शुरू हो जाएगी। 10 दिसम्बर को भूपऊ गांव में बागड़ी एक परिवार के यहां विश्राम करेगी और उसके बाद महाराज की प्रवास यात्रा आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
13 दिसम्बर को महाराज हिमाचल के द्राविल मे बागडी विश्राम करेंगे। 14 दिसम्बर को छत्रधारी चालदा महाराज सिरमौर हिमाचल प्रदेश के पश्मी गांव मे नवनिर्मित मंदिर मे विराजमान होंगे। सोमवार को पश्मी गांव सिरमौर से चालदा महाराज के बुलावे को करीब छरू लोग दसऊ गांव पहुंचे, जहां लोगों ने पश्मी गांव के लोगों का वाद्य यंत्रों और फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। महासू देवता चार भाइयों का सामूहिक नाम है, जिसमें बाशिक, पवासी, बौठा और चालदा महाराज हैं।
छत्रधारी चालदा महासू महाराज सबसे छोटे हैं और हमेशा चलायमान रहते हैं। लोगों मे महासू देवता के प्रति अटूट आस्था और विश्वास है। श्रद्धालु दूर-दूर से देव दर्शनों के लिए भारी संख्या मे उमड़ते हैं। चार महासू देवता के बजीर दीवान सिंह राणा का कहना है कि एक साल की प्रवास यात्रा हिमाचल के सिरमौर जिले के पश्मी में रहेगी, उसके बाद महाराज जौनसार बावर के जगथान में आएंगे। शेर सिंह, ने बताया कि चालदा महाराज चलायमान देवता हैं। दसऊ गांव से उनकी प्रवास यात्रा शुरू हो चुकी है और महाराज 14 दिसम्बर को पश्मी सिरमौर हिमाचल प्रदेश के नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होंगे।
महासू मंदिर समिति पश्मी सिरमौर हिमाचल प्रदेश के बजीर नरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि देवता के बुलावे को करीब छरू सौ लोग आए हैं, समूचे प्रदेश को बहुत खुशी है कि चालदा महाराज पहली बार पश्मी गांव मे विराजमान होंगे। हिमाचल सरकार और ग्रामीणों द्वारा अच्छी व्यवस्था की गई है। देवता के मंदिर से बाहर निकलने के उपरांत स्थानीय महिलाएं काफी भावुक दिखाई दी। सभी महिलाओं ने चालदा महाराज से क्षेत्र और प्रदेश की खुशहाली की कामना की और चालदा महाराज के जयकारे लगाए। इस दौरान माहौल भक्तिमय हो गया।



